हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर कार पर आग

हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर कार पर आग

हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर कार पर आग

हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर मंगलवार 17 सितंबर की शाम को बड़ा हादसा हो गया। रायवाला के मोतीचूर फ्लाईओवर पर एक तेज रफ्तार कार अचानक आग की चपेट में आ गई। गनीमत रही कि कार में सवार लोग समय रहते बाहर निकल गए, जिससे उनकी जान बच गई। अगर वे थोड़ी और देर कर देते तो बड़ा हादसा हो सकता था।

जानकारी के मुताबिक, यह कार दिल्ली नंबर की थी और हरिद्वार से देहरादून जा रही थी। जैसे ही कार मोतीचूर फ्लाईओवर पर पहुंची तो उसमें अचानक आग लग गई। आग की लपटें देखकर कार में बैठे सभी लोग तुरंत बाहर निकल आए और सुरक्षित दूरी पर चले गए। उनके बाहर निकलने के बाद ही आग तेज हो गई, जिससे कार पूरी तरह जलने लगी।

इस हादसे के कारण हाईवे पर जाम लग गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कार में आग कैसे लगी। रायवाला थाना प्रभारी देवेंद्र चौहान ने बताया कि कार में दो लोग सवार थे, जो रायवाला के ही रहने वाले हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

UKSSSC परीक्षा कार्यक्रम 17 सितम्बर 2024

UKSSSC / उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, निकट-महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, थानों रोड, रायपुर, देहरादून।
आयोग द्वारा पूर्व में जारी विज्ञापनों और विभिन्न विभागों से प्राप्त अभियाचनों के आधार पर  निकट भविष्य में प्रकाशित होने वाले विज्ञापनों के आधार पर निम्नानुसार परीक्षा कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है।

UKSSSC

 

भूस्खलन गरबा-गुजराती यात्रियों का नृत्य

भूस्खलन गरबा

उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण फंसे कुछ गुजराती यात्रियों का गरबा नृत्य करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। इस वीडियो में उन्हें एक बेहद खूबसूरत सड़क पर गरबा खेलते हुए देखा जा सकता है।

यह वीडियो विराज गोरासिया ने फिल्माया है, जो अपने माता-पिता के साथ चार धाम यात्रा पर निकले थे, भूस्खलन के कारण गंगोत्री की ओर जाते समय उन्हें भारी देरी का सामना करना पड़ा।

विराज ने बताया, “लगातार तीन दिनों से बारिश हो रही थी और भूस्खलन की संभावना जताई जा रही थी। 14 सितंबर को, जब मैं गंगोत्री की ओर जा रहा था, तब हमें पता चला कि भारी भूस्खलन के कारण 8 से 10 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है।”

पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया कि सड़क को साफ करने में 6 से 10 घंटे का समय लग सकता है। इसके बाद, गुजराती यात्रियों के समूह ने समय बिताने के लिए गरबा खेलने का विचार किया। विराज ने कहा, “गुजराती समूह ने सोचा कि खाली समय का सबसे अच्छा उपयोग गरबा खेलना होगा, इसलिए वे गरबा गाने गाकर नृत्य करने लगे। कुछ समय बाद मेरे माता-पिता समेत और भी गुजराती लोग उनके साथ गरबा खेलने में शामिल हो गए।”

विराज ने इस मजेदार पल का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया, जिसमें गुजराती यात्रियों का समूह सड़क पर गरबा करते हुए नजर आ रहा है।

उत्तराखंड प्रीमियर लीग का रंगारंग शुभारंभ

भूस्खलन गरबा

उत्तराखंड प्रीमियर लीग (यूपीएल) का दूसरा संस्करण का आगाज: जिसमें 8-दिवसीय रोमांचक टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत हुई। इस वर्ष पांच पुरुष और तीन महिला टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, जो राज्य की क्रिकेट प्रतिभाओं का बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। टूर्नामेंट का पहला पुरुष मैच देहरादून वॉरियर्स और हरिद्वार …

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KARNAPRAYAG-पिंडर नदी का रौद्र रूप देखकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे

KARNAPRAYAG

KARNAPRAYAG 13 सितंबर 2024 6.30PM

पिंडर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन लगातार नदी किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। पिंडर के साथ-साथ अलकनंदा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है, जिससे KARANAPRAYAG में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है।

मानसून के इस अंतिम चरण में भारी बारिश ने पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया है। चमोली जिले के एक छोर पर स्थित जोशीमठ में मूसलाधार बारिश हो रही है, तो दूसरी ओर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में भी बारिश का सिलसिला तीन दिनों से थमा नहीं है। लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हो गया है, और कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं।

गौचर के पास कमेड़ा में पहाड़ी से जबरदस्त भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा बार-बार प्रभावित हो रही है। यातायात में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और घंटों तक जाम की स्थिति बनी हुई है। श्रद्धालु और स्थानीय लोग लंबे समय तक सड़क पर फंसे हुए हैं, जिससे यात्रा में रुकावटें आ रही हैं। प्रशासन द्वारा मार्ग को साफ करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण समस्या का समाधान करने में समय लग रहा है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम और मार्ग की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।

प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल पूरी तरह से सतर्क हैं और नदी किनारे के गाँवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है। स्थानीय लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

सिरोबगड़: CHAR DHAM यात्रा के लिए बना चुनौती, भूस्खलन से यात्रा में बाधा-

CHAR DHAM

श्रीनगर, उत्तराखंड – सिरोबगड़, जो CHAR DHAM यात्रा के प्रमुख मार्गों में से एक भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र है, पिछले कई वर्षों से भूस्खलन के कारण एक जोखिमपूर्ण क्षेत्र बना हुआ रहता है। इस क्षेत्र में होने वाले लगातार भूस्खलनों ने इस वर्ष की बारिश के दौरान भी यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़े खतरे उत्पन्न हो गए हैं।

बारिश के मौसम में सिरोबगड़ की पहाड़ियों से बार-बार मलबा और पत्थर गिरने से न सिर्फ यात्रा रुक जाती है, बल्कि कई बार मार्ग भी पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को या तो अपने सफर को रोकना पड़ता है या फिर वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ता है, जो समय लेने वाले और जोखिम भरे होते हैं।

CHAR DHAM यात्रा में भूस्खलन के कारण व्यवधान

इस क्षेत्र में भूस्खलन की समस्या कोई नई नहीं है। हर साल मानसून के दौरान यहां पहाड़ियों से भारी मात्रा में मलबा गिरता है, जिससे सड़कें अवरुद्ध हो जाती हैं और यातायात बंद हो जाता है। सिरोबगड़ में जारी भूस्खलन से चार धाम यात्रा के अलावा स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार वाहनों को घंटों या यहां तक कि दिनों तक वहीं रुकना पड़ता है, जब तक कि सड़क साफ नहीं की जाती।

प्रशासन की तैयारी और चुनौतियां

हालांकि N.H.A.I उत्तराखंड सरकार और प्रशासन ने इस क्षेत्र में भूस्खलन की रोकथाम के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन अभी तक इन प्रयासों का पूरी तरह से सफल परिणाम नहीं मिल पाया है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के उपाय, जैसे कि जाली लगाना और पत्थरों को रोकने के लिए दीवारों का निर्माण, कुछ हद तक मददगार साबित हुए हैं, लेकिन भारी बारिश के दौरान यह उपाय भी पर्याप्त नहीं हो पाते।

यात्रियों के लिए चेतावनी और सावधानियां

प्रशासन की ओर से यात्रियों को सिरोबगड़ के आसपास के क्षेत्र में यात्रा करते समय सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। यात्रा के दौरान मौसम की जानकारी प्राप्त करना और प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करना आवश्यक है। सिरोबगड़ क्षेत्र में यात्रा करते समय वाहनों को धीमी गति से चलाने और सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी जाती है।

उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन की टीम लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं और सिरोबगड़ में यातायात सुचारू रूप से चलाने के लिए सड़क से मलबा हटाने के प्रयासों में जुटी है। हालांकि, यात्रा पर निकलने वाले श्रद्धालुओं को भी इस क्षेत्र की चुनौतियों को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ना चाहिए।

आगे का रास्ता

सिरोबगड़ में भूस्खलन की समस्या का दीर्घकालिक समाधान अब भी एक चुनौती बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यहां स्थायी समाधान के लिए भूस्खलन रोकने के बड़े और प्रभावी प्रयासों की आवश्यकता है। जब तक यह समस्या हल नहीं होती, चार धाम यात्रा की राह में सिरोबगड़ एक बड़ी बाधा बना रहेगा, और श्रद्धालुओं को सतर्कता से यात्रा करनी होगी।
सिरोबगड़ का यह भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चार धाम यात्रा के लिए एक गंभीर चुनौती है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन यात्रियों को भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए यात्रा की योजना बनानी चाहिए।

रुद्रप्रयाग: खाई में गिरी मैक्स, पूर्व विधायक ने पहुंचाई मदद

रुद्रप्रयाग जिले के कंडारा से बांसबाड़ा की ओर जा रही एक मैक्स वाहन खाई में गिर गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोग तुरंत हरकत में आए और घायलों को वाहन से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इसी बीच, वहां से गुजर रहे केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया। उन्होंने अपने निजी वाहन से घायलों को सीएचसी अगस्त्यमुनि पहुंचाया, जहां सभी का प्राथमिक उपचार किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मैक्स वाहन संख्या UK 02 TA 0087 सुबह लगभग 8:42 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। वाहन में कुल 7 लोग सवार थे, जिनमें एक दंपति और राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में अध्ययनरत छात्राएं शामिल थीं। ये छात्राएं रोज की तरह अपने गांवों से कॉलेज जा रही थीं, तभी कंडारा रोड पर बांसबाड़ा के पास वाहन अनियंत्रित होकर करीब 50 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।

दुर्घटना की खबर मिलते ही स्थानीय युवक अनुज रावत, जोई राणा, प्रवीण, जितेंद्र और राहुल घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को सुरक्षित निकालकर अपने वाहनों से अस्पताल ले गए। पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर गंभीर रूप से घायल दो छात्राओं को अपने वाहन से सीएचसी अगस्त्यमुनि पहुंचाया।

घायलों की सूची:

घायल छात्रों में अनुपमा (17 वर्ष), शालिनी (18 वर्ष), महक (18 वर्ष) और आरूषी (17 वर्ष) शामिल हैं, जो सभी कंडारा और दौला गांव की निवासी हैं। इसके अलावा, दंपति गजपाल लाल (59 वर्ष) और उनकी पत्नी सरिता देवी, साथ ही प्रमोद सिंह भी घायल हुए हैं। सभी का इलाज सीएचसी अगस्त्यमुनि में चल रहा है, और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

The Pahadi News-खबरसार

चमोली जिले के सेलंग में सड़क हादसा: टेंपो ट्रैवलर और बस की जबरदस्त भिड़ंत, कई यात्री घायल

चमोली, 11 सितंबर – ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर चमोली जिले के सेलंग के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक टेंपो ट्रैवलर और बस की भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में कई यात्री घायल हो गए हैं, जबकि टेंपो ट्रैवलर का आगे का हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया, जिससे चालक और एक महिला अंदर फंस गए।

हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत रेस्क्यू कर नजदीकी ज्योतिर्मठ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह दुर्घटना झड़कुला पेट्रोल पंप के सामने हुई, जब तेज रफ्तार में आ रही एक बस गलत दिशा में चल रही थी। ज्योतिर्मठ की ओर जा रही बस ने सामने से आ रहे टेंपो ट्रैवलर को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि टेंपो ट्रैवलर का एक पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, और चालक और एक महिला वाहन के अंदर फंस गए।

स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस और एसडीआरएफ ने दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला। अन्य यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।

पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है और घायलों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

The Pahadi News-खबरसार

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन, सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच कई लोगों के दबने की आशंका

सितंबर 9, 2024 | The Pahadi News-खबरसार केदारनाथ यात्रा मार्ग पर एक गंभीर भूस्खलन की घटना सामने आई है। यह भूस्खलन सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच हुआ, जिससे कई तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है।घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और राहत बचाव दल …

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हिंदी दिवस 14 सितंबर- उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हिंदी भाषा का प्रभाव और प्रचार-प्रसार हेतु क्रियाकलाप

हिंदी दिवस – उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हिंदी भाषा का प्रभाव और प्रचार-प्रसार हेतु क्रियाकलाप भूमिका भारत के ह्रदय स्थल में स्थित उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और भाषा समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की पहाड़ी क्षेत्रीय भाषाएँ जैसे गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी राज्य की सांस्कृतिक धरोहर …

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Rishi Panchami व्रत कथा

यह दिन सप्त ऋषियों को समर्पित होता है और हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह तिथि गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद और हरतालिका तीज के दो दिन बाद पड़ती है। मान्यता है कि ऋषि पंचमी व्रत रखने से व्यक्ति के …

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Vietnam में सुपर टाइफून ‘यागी’ के कारण 300 से अधिक उड़ानें रद्द

Vietnam  सुपर टाइफून ‘यागी’ के नजदीक आने के कारण 300 से अधिक उड़ानें रद्द करेगा। देश में शनिवार को 330 से अधिक उड़ानें रद्द की जाएंगी, जिनमें 240 घरेलू और 70 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। सरकार ने चार प्रमुख हवाई अड्डों पर सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय …

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