हिमालयन विजडम स्कूल की अनूठी पहल

हिमालयन विजडम स्कूल की अनूठी पहल: घर-घर जाकर बच्चों का होमवर्क निरीक्षण, ग्रामीण शिक्षा को दी नई दिशा

स्थान: माईथान, उत्तराखंड | विशेष संवाददाता

जहां एक ओर कई निजी विद्यालय गर्मियों की छुट्टियों में भी फीस वसूलने में व्यस्त हैं, वहीं माईथान स्थित हिमालयन विजडम स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। स्कूल की टीम ने छुट्टियों में भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विद्यार्थियों का Holiday Homework न केवल चेक किया, बल्कि बच्चों के शारीरिक, मानसिक और रचनात्मक विकास का भी मूल्यांकन किया।

himalayan wisdom school

इस विशेष अभियान के अंतर्गत स्कूल की टीम ने कालिमाटी, लाटूगैर, मालकोट, टेंटूड़ा, बदाणठाडा, जौलचौरा, चौतरिया, गाजियाबाद, बाजाबजूनिया, दिवागढ़, बछुवाबाण, नैल, देवपुरी, कालूखर्क जैसे गाँवों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे पूरे मनोयोग और रचनात्मकता के साथ अपने कार्यों में जुटे हैं।

स्कूल की टीम ने न केवल होमवर्क की जांच की, बल्कि जिन बच्चों को सुधार की आवश्यकता थी, उन्हें मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन भी दिया। कुछ विद्यार्थियों की सृजनात्मकता, साज-सज्जा और मेहनत विशेष रूप से प्रशंसनीय रही। अभिभावकों का योगदान भी उल्लेखनीय रहा, जिन्होंने बच्चों को घर पर मार्गदर्शन देकर शिक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाई।

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हिमालयन विजडम स्कूल के इस प्रयास से बच्चों और अभिभावकों में नया उत्साह देखने को मिला। यह अभियान न केवल बच्चों के कार्यों का मूल्यांकन था, बल्कि उनके साथ संवाद स्थापित करने और आत्मविश्वास जगाने का एक सुंदर माध्यम भी बना। स्कूल की यह पहल साबित करती है कि जब प्रयास सच्चे मन से हो, तो शिक्षा सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि बदलाव की दिशा बन जाती है।

स्कूल प्रशासन ने कहा, “हमारे बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए हम हमेशा तत्पर हैं।”

यह कदम न केवल ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक नवाचार है, बल्कि शिक्षा प्रणाली में संवेदनशीलता, समर्पण और सच्चे सेवाभाव का उदाहरण भी है।

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