हिमालयन विजडम स्कूल की अनूठी पहल

हिमालयन विजडम स्कूल की अनूठी पहल: घर-घर जाकर बच्चों का होमवर्क निरीक्षण, ग्रामीण शिक्षा को दी नई दिशा

स्थान: माईथान, उत्तराखंड | विशेष संवाददाता

जहां एक ओर कई निजी विद्यालय गर्मियों की छुट्टियों में भी फीस वसूलने में व्यस्त हैं, वहीं माईथान स्थित हिमालयन विजडम स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। स्कूल की टीम ने छुट्टियों में भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विद्यार्थियों का Holiday Homework न केवल चेक किया, बल्कि बच्चों के शारीरिक, मानसिक और रचनात्मक विकास का भी मूल्यांकन किया।

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इस विशेष अभियान के अंतर्गत स्कूल की टीम ने कालिमाटी, लाटूगैर, मालकोट, टेंटूड़ा, बदाणठाडा, जौलचौरा, चौतरिया, गाजियाबाद, बाजाबजूनिया, दिवागढ़, बछुवाबाण, नैल, देवपुरी, कालूखर्क जैसे गाँवों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे पूरे मनोयोग और रचनात्मकता के साथ अपने कार्यों में जुटे हैं।

स्कूल की टीम ने न केवल होमवर्क की जांच की, बल्कि जिन बच्चों को सुधार की आवश्यकता थी, उन्हें मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन भी दिया। कुछ विद्यार्थियों की सृजनात्मकता, साज-सज्जा और मेहनत विशेष रूप से प्रशंसनीय रही। अभिभावकों का योगदान भी उल्लेखनीय रहा, जिन्होंने बच्चों को घर पर मार्गदर्शन देकर शिक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाई।

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हिमालयन विजडम स्कूल के इस प्रयास से बच्चों और अभिभावकों में नया उत्साह देखने को मिला। यह अभियान न केवल बच्चों के कार्यों का मूल्यांकन था, बल्कि उनके साथ संवाद स्थापित करने और आत्मविश्वास जगाने का एक सुंदर माध्यम भी बना। स्कूल की यह पहल साबित करती है कि जब प्रयास सच्चे मन से हो, तो शिक्षा सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि बदलाव की दिशा बन जाती है।

स्कूल प्रशासन ने कहा, “हमारे बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए हम हमेशा तत्पर हैं।”

यह कदम न केवल ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक नवाचार है, बल्कि शिक्षा प्रणाली में संवेदनशीलता, समर्पण और सच्चे सेवाभाव का उदाहरण भी है।

“टीम पहाड़ी न्यूज”

कतर राष्ट्रपति ट्रंप को देने जा रहा है सदी का सबसे महंगा उपहार

ट्रंप प्रशासन कतर से प्राप्त करेगा लग्ज़री बोइंग 747-8, ट्रंप लाइब्रेरी को सौंपी जाएगी विमान की मिल्कियत

वाशिंगटन — अमेरिका को अब तक का सबसे महंगा विदेशी उपहार मिलने जा रहा है। ट्रंप प्रशासन कतर के शाही परिवार से एक सुपर लग्ज़री बोइंग 747-8 जंबो जेट को उपहार स्वरूप स्वीकार करने की तैयारी में है। यह विमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए अस्थायी तौर पर एयर फोर्स वन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रंप के कार्यकाल के अंत से पहले इसकी मिल्कियत ट्रंप प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी फाउंडेशन को सौंप दी जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, इस अभूतपूर्व उपहार की घोषणा ट्रंप की आगामी कतर यात्रा के दौरान की जानी थी, जो उनके दूसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा है। हालांकि, एक वरिष्ठ व्हाइट हाउस अधिकारी ने बताया कि यह उपहार कतर यात्रा के दौरान औपचारिक रूप से नहीं सौंपा जाएगा।

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ट्रंप ने रविवार रात एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस विमान को स्वीकारने की तैयारी की पुष्टि की और इसे रक्षा विभाग के साथ “बहुत सार्वजनिक और पारदर्शी लेन-देन” बताया।

इस विमान को “फ्लाइंग पैलेस” के नाम से जाना जाता है, जिसकी भव्यता और सुविधाएं इसे एक उड़ते हुए महल की तरह बनाती हैं। ट्रंप ने इस साल फरवरी में वेस्ट पाम बीच इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े इस विमान का निरीक्षण भी किया था।

यह असामान्य और कानूनी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण सौदा कई सवाल खड़े कर सकता है, खासकर यह कि क्या किसी अमेरिकी राष्ट्रपति या उनके संबद्ध फाउंडेशन द्वारा किसी विदेशी सरकार से ऐसा बहुमूल्य उपहार स्वीकार किया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार, इन संभावित कानूनी सवालों को ध्यान में रखते हुए व्हाइट हाउस काउंसल ऑफिस और न्याय विभाग के वकीलों ने रक्षा मंत्री को एक कानूनी विश्लेषण सौंपा, जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि रक्षा विभाग इस विमान को उपहार के रूप में स्वीकार कर सकता है और बाद में ट्रंप प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी को सौंप सकता है। इस व्यवस्था को रिश्वत या संविधान के एमोल्यूमेंट क्लॉज़ का उल्लंघन नहीं माना गया।

 

अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और व्हाइट हाउस के मुख्य वकील डेविड वॉरिंगटन ने यह कानूनी राय दी कि विमान के दान को ट्रंप लाइब्रेरी को हस्तांतरण की शर्त के साथ वैध रूप से स्वीकार किया जा सकता है। बॉन्डी ने इस पर एक कानूनी ज्ञापन भी जारी किया।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लीविट ने कहा, “किसी भी विदेशी सरकार द्वारा दिया गया उपहार सभी लागू कानूनों के तहत पूरी पारदर्शिता के साथ स्वीकार किया जाता है। राष्ट्रपति ट्रंप का प्रशासन पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध है।”

कर्णप्रयाग:- उत्तराखंड जल संस्थान की लापरवाही दूषित जल आपूर्ति

उत्तराखंड जल संस्थान की लापरवाही: दूषित जल आपूर्ति से जनता की सेहत खतरे में

उत्तराखंड जल संस्थान विभाग की लापरवाही और निकम्मेपन का ताजा उदाहरण हाल ही में चमोली जिले के कर्णप्रयाग के देवतोली में देखने को मिला, जहां पीने के पानी के नल से एक सड़ा हुआ मेंढक निकल आया। यह घटना न केवल आम जनता के स्वास्थ्य के प्रति विभाग की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि जल आपूर्ति प्रणाली कितनी बदहाल स्थिति में है।

दूषित पानी से गंभीर स्वास्थ्य संकट

साफ और सुरक्षित पेयजल हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है, लेकिन उत्तराखंड जल संस्थान की लापरवाही के कारण लोगों को जहरीला और गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। जल आपूर्ति पाइपलाइनें नालियों के अंदर से गुजर रही हैं, जिससे पानी में बैक्टीरिया, कीटाणु और अन्य हानिकारक तत्व मिल जाते हैं। इससे टाइफाइड, पीलिया, डायरिया और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

विभाग की लापरवाही और जिम्मेदारी से बचाव

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि जल संस्थान विभाग अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रहा है। नियमित पाइपलाइन सफाई और रखरखाव न होने से पाइप सड़ चुके हैं और उनमें जगह-जगह लीकेज हो रही है। विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण नागरिकों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है, जिससे उनकी सेहत पर सीधा असर पड़ रहा है।

सरकार और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग

सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस गंभीर मामले पर तुरंत ध्यान दें। जल आपूर्ति व्यवस्था की विस्तृत जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, पाइपलाइनों की नियमित सफाई और मरम्मत सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

नागरिकों को भी जागरूक होने की जरूरत

इस तरह की लापरवाही के खिलाफ नागरिकों को भी आवाज उठानी होगी। दूषित पानी की शिकायतें जल संस्थान को लिखित रूप में देनी चाहिए और अगर सुनवाई न हो तो उच्च अधिकारियों और मीडिया के माध्यम से दबाव बनाना जरूरी है। स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, और इसके लिए हमें स्वच्छ जल की मांग को मजबूती से उठानी चाहिए।

अगर उत्तराखंड जल संस्थान अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करता है, तो हजारों लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा होगा। अब समय आ गया है कि इस तरह की लापरवाहियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में कोई भी नागरिक दूषित जल की वजह से बीमार न पड़े।

 

टीम खबरसार

 

हिमालयन विजडम स्कूल का भव्य शुभारंभ संपन्न

हिमालयन विजडम स्कूल का भव्य शुभारंभ संपन्न

चमोली, 17 मार्च 2025 – महेंद्र नगर, माइथान में स्थित हिमालयन विजडम स्कूल का आज भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर अनेक गणमान्य अतिथियों, शिक्षा जगत से जुड़े प्रतिष्ठित व्यक्तियों और स्थानीय जनता ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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मुख्य अतिथि माननीय अनिल नौटियाल जी, विधायक, कर्णप्रयाग विधानसभा ने स्कूल का उद्घाटन किया और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि यह विद्यालय क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल जानकारी अर्जन तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि यह बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करने का माध्यम भी होनी चाहिए।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में श्री सतीश लखेड़ा जी (विकासखंड—गैरसैंण), श्री अवतार सिंह पुंडीर जी (मा. निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य), श्रीमती आनन्दी बिष्ट जी (चेयरमैन, एम.एन.पी.एस.), तथा श्री मोहन भंडारी जी (अध्यक्ष, नगर पंचायत गैरसैंण ) उपस्थित रहे।

विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा जानकारी दी गई कि हिमालयन विजडम स्कूल एक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय है, जो आधुनिक शिक्षण पद्धतियों के साथ-साथ नैतिक शिक्षा पर विशेष बल देगा। विद्यालय का दृष्टिकोण (VISION) गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, विद्यार्थियों में सम्मान, सहिष्णुता, समावेशन एवं उत्कृष्टता जैसे मूल्यों का विकास करना है, ताकि वे एक समरस व्यक्तित्व के रूप में उभर सकें।

विद्यालय के लक्ष्य एवं उद्देश्य के अंतर्गत छात्रों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने, खेल-कूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया जाएगा विद्यालय में दिनेश आर्य जी ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर इस समारोह को और भी भव्य बना दिया।

इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों की भी घोषणा की गई। विद्यालय के संचालक मंडल ने विश्वास जताया कि यह विद्यालय क्षेत्र के विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा देगा, बल्कि उनके समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध होगा.

समारोह के अंत में विद्यालय परिवार ने सभी अतिथियों, अभिभावकों और उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि यह स्कूल आने वाले वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा।

कर्णप्रयाग संगम तट पर एक व्यक्ति नदी में डूबकर लापता

कर्णप्रयाग संगम तट पर एक व्यक्ति नदी में डूबकर लापता

वीडियो फेसबुक के “KPG वाले” पेज से लिया गया है धन्यवाद।

कर्णप्रयाग संगम तट पर एक व्यक्ति नदी में डूबकर लापता हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। तलाशी अभियान के दौरान नदी किनारे से व्यक्ति का चश्मा और मोबाइल बरामद हुआ। पुलिस और एसडीआरएफ लापता व्यक्ति की खोजबीन में जुटी हुई है।

 

 

थराली: शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दादी-पोते की जलकर मौत

थराली: शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दादी-पोते की जलकर मौत

चमोली जिले के थराली थाना क्षेत्र के ग्वालदम पाटला तोक में एक घर में अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में 80 वर्षीय दादी हरमा देवी और 10 वर्षीय पोता अंकित की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

आधी रात लगी आग, बच नहीं सके दादी-पोता

जानकारी के अनुसार, यह घटना करूंड़पानी गांव में आधी रात करीब 1:00 बजे हुई। परिवार के पांच सदस्य घर में मौजूद थे। आग लगते ही धुआं फैलने लगा, जिससे दम घुटने पर अन्य तीन सदस्य किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे। लेकिन दादी और पोता जिस कमरे में सो रहे थे, वहां से निकल नहीं पाए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

स्थानीय लोग आग बुझाने में रहे नाकाम

आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के लोग चाहकर भी उसे बुझा नहीं सके। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शॉर्ट सर्किट बनी आग लगने की वजह

प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताया जा रहा है। मौके पर प्रशासन और विद्युत विभाग की टीम पहुंचकर घटना की जांच में जुट गई है।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है।

 

उत्तराखंड में दो महत्वपूर्ण रोपवे परियोजनाओं को मिली मंजूरी

उत्तराखंड में दो महत्वपूर्ण रोपवे परियोजनाओं को मिली मंजूरी, श्रद्धालुओं की यात्रा होगी आसान

उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और यात्रियों की सुविधा के लिए गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तथा सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे परियोजनाओं को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इन दोनों परियोजनाओं से श्रद्धालुओं को लंबी और कठिन पैदल यात्रा से राहत मिलेगी तथा यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा।

गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजना

हेमकुंड साहिब सिखों के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस तीर्थस्थल को रोपवे सेवा से जोड़ने के लिए 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को मंजूरी दी गई है।

govind Ghat

मुख्य विशेषताएं:

कुल लागत: ₹2,730.13 करोड़

प्रौद्योगिकी: मोनोकेबल डिटैचेबल गोंडोला (गोविंदघाट से घांघरिया तक) और ट्राईकेबल डिटैचेबल गोंडोला (घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक)

क्षमता: प्रति घंटे प्रति दिशा 1,100 यात्री

इस रोपवे से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान कम होगा, क्योंकि बड़ी संख्या में ट्रेकिंग और घोड़े-खच्चरों की आवाजाही से पहाड़ी इलाकों में प्रदूषण बढ़ता है।

सोनप्रयाग से केदारनाथ रोपवे परियोजना

भगवान शिव के पवित्र धाम केदारनाथ तक पहुंचने के लिए अब श्रद्धालुओं को कठिन चढ़ाई नहीं करनी होगी। 12.9 किलोमीटर लंबी इस रोपवे परियोजना से यात्रा बेहद सुगम और कम समय में पूरी होगी।

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मुख्य विशेषताएं:

कुल लागत: ₹4,081.28 करोड़

क्षमता: प्रति घंटे प्रति दिशा 1,800 यात्री

दैनिक यात्री क्षमता: 18,000 यात्री

यात्रा का समय: 8-9 घंटे की पैदल यात्रा सिर्फ 36 मिनट में पूरी होगी

परियोजना के लाभ:

श्रद्धालुओं के लिए यात्रा अधिक सुरक्षित, आरामदायक और तेज होगी।

पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचेगा, क्योंकि रोपवे से पैदल यात्रियों और खच्चरों की संख्या कम होगी।

स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

सरकार का दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इन परियोजनाओं को मंजूरी दी है। ये रोपवे चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार की बड़ी योजनाओं का हिस्सा हैं।

मंत्रिमंडल द्वारा लिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा और तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएगा।

 

गोविंदघाट- हेमकुंड साहिब पुल क्षतिग्रस्त का भयावह वीडियो

गोविंदघाट- हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त

बुधवार सुबह गोपिंदघाट के पास अचानक पहाड़ी का एक हिस्सा टूट गया, जिससे हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के चलते यातायात प्रभावित हुआ है और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

हिमस्खलन का खतरा बरकरार

चमोली जिले में हिमस्खलन (एवलांच) का खतरा अभी भी बना हुआ है।मौ सम विभाग ने 8 मार्च से मौसम में बदलाव के संकेत दिए हैं, जिससे आगे भी हालात खराब हो सकते हैं।

पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश और मंगलवार को भी खराब मौसम रहा।बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। नीचे के इलाकों में बारिश हुई, जिससे कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

सुबह 11 बजे मौसम साफ हुआ और धूप निकली, लेकिन शाम होते-होते फिर से मौसम खराब हो गया।

कड़ाके की ठंड और तापमान में भारी गिरावट

बद्रीनाथ धाम:

अधिकतम तापमान माइनस 8 डिग्री

न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री

ज्योतिमठ:

अधिकतम तापमान 3 डिग्री

न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री

औली:

अधिकतम तापमान 4 डिग्री

न्यूनतम तापमान माइनस 1 डिग्री

जनजीवन प्रभावित

तापमान में भारी गिरावट के कारण लोग दिनभर घरों में दुबके रहे।प्रशासन की ओर से यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी ठंड और खराब मौसम जारी रह सकता है।

चमोली जिले में मौसम की मार और हिमस्खलन के खतरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन सतर्क है और लोगों को भी असुरक्षित इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार 8 मार्च से और बदलाव संभव है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

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स्कूल परिसर में जली हुई हालत में मिला शिक्षक का शव, इलाके में सनसनी

स्कूल परिसर में जली हुई हालत में मिला शिक्षक का शव, इलाके में सनसनी

गैरसैंण विकासखंड के कुनिगाड़ क्षेत्र में एक शिक्षक का जला हुआ शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह घटना राजकीय इंटर कॉलेज कुनिगाड़ की है, जहां स्कूल परिसर में एक टीचर की जली हुई लाश बरामद की गई। शव के पास ही एक डीजल का केन भी पड़ा मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बच्चों ने सबसे पहले देखा शव, तुरंत दी सूचना

सुबह के समय कुछ छात्र दौड़ लगाने और खेल गतिविधियों के लिए स्कूल पहुंचे, तो उन्होंने शिक्षक का जला हुआ शव देखा। बच्चों ने तुरंत इस घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों को दी, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया। घटना की खबर मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

पुलिस का बयान: हो सकती है आत्महत्या

थाना अध्यक्ष गैरसैंण जयपाल सिंह नेगी के अनुसार, “आज सुबह लगभग 8 बजे सूचना मिली कि स्कूल परिसर में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। इसके बाद गैरसैंण थाना और चौकी मेहलचोरी की पुलिस टीम तुरंत मौके पर रवाना हुई। घटनास्थल पर पहुंचकर देखा गया कि शव जली हुई स्थिति में था और पास में ही एक डीजल केन भी पड़ा हुआ था। जांच में पता चला कि मृतक इसी स्कूल में अंग्रेजी प्रवक्ता के पद पर कार्यरत था।”

मृतक की पहचान, परिजनों को दी गई सूचना

शव की पहचान कनक लिंगवाल (उम्र लगभग 48 वर्ष) के रूप में हुई, जो टिहरी जनपद के निवासी थे। वह राजकीय इंटर कॉलेज कुनिगाड़ में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है।

हर पहलू से हो रही जांच, खुदकुशी की आशंका

फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन शिक्षक ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसका पता लगाने के लिए पुलिस हर संभव पहलू पर जांच कर रही है।

हिमालयन विजडम स्कूल का भव्य उद्घाटन: शिक्षा के नए युग की ओर एक ऐतिहासिक कदम

हिमालयन विजडम स्कूल का भव्य उद्घाटन: शिक्षा के नए युग की ओर एक ऐतिहासिक कदम

महेंद्र नगर, माईथान, चमोली – शिक्षा के क्षेत्र में एक नई रोशनी फैलाने के उद्देश्य से हिमालयन विजडम स्कूल का भव्य उद्घाटन 17 मार्च 2025 को आयोजित किया जा रहा है। यह विद्यालय M.N.P.S. शिक्षा समिति के तत्वावधान में संचालित होगा और इस क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का नया केंद्र बनने के लिए तैयार है।

भव्य उद्घाटन समारोह की तैयारियाँ पूर्ण

कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रहेगी। मुख्य अतिथि, माननीय विधायक श्री अनिल नौटियाल जी, इस ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, शिक्षा खंड अधिकारी, नगर पंचायत अध्यक्ष श्री मोहन भण्डारी जी, तथा कई अन्य सम्माननीय अतिथि भी इस गरिमामयी आयोजन की शोभा बढ़ाएंगे।

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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का नया केंद्र

हिमालयन विजडम स्कूल का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को संस्कार, नैतिकता, सहिष्णुता, समावेश और उत्कृष्टता जैसे मूलभूत जीवन मूल्यों से सशक्त करना है। विद्यालय का दृष्टिकोण (Vision) छात्रों को समग्र रूप से विकसित करना है, जिससे वे एक सौहार्दपूर्ण, नैतिक और सशक्त व्यक्तित्व के रूप में आगे बढ़ सकें।

विद्यालय की विशेषताएँ

शिक्षा का आधुनिक और समावेशी दृष्टिकोण

अनुभवी शिक्षकों की समर्पित टीम

व्यावहारिक और नैतिक शिक्षा पर विशेष ध्यान

हर छात्र को समान अवसर और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा

अनुभवी शिक्षकों की टीम

विद्यालय में विषय विशेषज्ञों की एक योग्य टीम नियुक्त की गई है, जो विद्यार्थियों को शिक्षा के उच्चतम स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत रहेगी। शिक्षकों की सूची में M.A., B.Ed., N.T.T., B.Sc. जैसी उच्च शैक्षणिक योग्यताओं से युक्त अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जो छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक होंगे।

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आप सभी सादर आमंत्रित हैं!

विद्यालय परिवार इस शुभ अवसर पर सभी अभिभावकों, छात्रों और शिक्षा प्रेमियों को आमंत्रित करता है। यह सिर्फ एक विद्यालय का उद्घाटन नहीं, बल्कि भविष्य की ओर बढ़ता एक ऐतिहासिक कदम है।

आइए, इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें और शिक्षा के इस नए केंद्र को अपना सहयोग और आशीर्वाद प्रदान करें!

 

Helpline: 9412970103, 9711341895
Email: himalayanwisdomschool@gmail.com

 

जी.डी. मेमोरियल जूनियर हाईस्कूल देवतोली कर्णप्रयाग में वार्षिकोत्सव 2024-25 हर्षोल्लास के साथ संपन्न

जी.डी. मेमोरियल जूनियर हाईस्कूल देवतोली कर्णप्रयाग में वार्षिकोत्सव 2024-25 हर्षोल्लास के साथ संपन्न

कर्णप्रयाग: जी.डी. मेमोरियल जूनियर हाईस्कूल देवतोली कर्णप्रयाग में वार्षिकोत्सव समारोह 2024-25 का आयोजन दिनांक 02 मार्च 2025 (रविवार) को हर्षोल्लास और धूमधाम से किया गया। इस भव्य कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

इस वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि श्रीमान लखपत सिंह बुटोला, माननीय विधायक, बद्रीनाथ विधानसभा, ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उनके साथ कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. बालचंद सिंह नेगी (असिस्टेंट प्रोफेसर) भी उपस्थित रहे।
इसके अलावा, विशिष्ट अतिथि के रूप में कई गणमान्य व्यक्तित्व कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से श्रीमती पूनम राणा (अभिभावक संघ की अध्यक्षा), डॉ. हरिश्चंद्र रतूड़ी (वानिकी विभाग प्रगति), डॉ. कविता पाठक डॉ. नेतराम (असिस्टेंट प्रोफेसर), डॉ. रविन्द्र कुमार डोगरा(असिस्टेंट प्रोफेसर), डॉ. सुशील चंद्र सती (असिस्टेंट प्रोफेसर) आदि शामिल थे।

विद्यार्थियों की शानदार प्रस्तुतियाँ

इस वार्षिक उत्सव में छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं पारंपरिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें नव दुर्गा नृत्य, झूमेंलो, पांडव नृत्य और नंदा देवी राजजात जैसे प्रमुख आकर्षण शामिल थे। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को दर्शकों और अतिथियों से खूब सराहना मिली।

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मुख्य अतिथि का प्रेरणादायक संबोधन

मुख्य अतिथि श्री लखपत सिंह बुटोला ने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा, “विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं होता, बल्कि यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का आधार भी होता है। इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होते हैं।” उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों और प्रशासन की भी सराहना की।

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विद्यालय परिवार की भूमिका

विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर मंच संचालन श्रीमान हर्षवल्लभ थपलियाल द्वारा किया गया। विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

समापन और आभार व्यक्त

विद्यालय के प्रबंधक श्री राकेश पुरोहित औरर प्रधानाचार्य श्री आशीष पुरोहित ने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से सभी आगंतुकों, अभिभावकों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।
इस वार्षिकोत्सव ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को एक साथ जोड़ने का कार्य किया और यह एक यादगार आयोजन साबित हुआ।

हिमालयन विजडम स्कूल में एडमिशन प्रक्रिया शुरू, सीमित सीटों पर विशेष छूट

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हिमालयन विजडम स्कूल में एडमिशन प्रक्रिया शुरू, सीमित सीटों पर विशेष छूट

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चमोली जिले के महेंद्र नगर, माईथान में स्थित हिमालयन विजडम स्कूल ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए नर्सरी से कक्षा 8वीं तक के एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्कूल प्रबंधन ने जानकारी दी है कि 26 फरवरी से 31 मार्च 2025 तक नामांकन किया जा सकता है।

स्कूल की खास विशेषताएँ:

  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ खेल-कूद और सह-शैक्षिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान
  • सैनिक स्कूल व नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की विशेष तैयारी
  • अत्याधुनिक शिक्षण पद्धति एवं स्मार्ट क्लासरूम
  • अनुभवी एवं योग्य शिक्षकों द्वारा उच्च स्तरीय शिक्षण व्यवस्था

विशेष ऑफर:

स्कूल द्वारा पहले 10 एडमिशन पर विशेष छूट देने की घोषणा की गई है, जिससे अभिभावक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।

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अधिक जानकारी व एडमिशन के लिए संपर्क करें:
📞 9412970103, 9711314895, 7895388686
📧 himalayanwisdomschool@gmail.com

विद्यालय प्रबंधन ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे समय पर नामांकन सुनिश्चित करें, क्योंकि सीटें सीमित हैं।