अफगानिस्तान ने रचा इतिहास, पहली बार जीता इमर्जिंग एशिया कप का खिताब

“अफगानिस्तान ने रचा इतिहास, पहली बार जीता इमर्जिंग एशिया कप का खिताब”

अफगानिस्तान की टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार इमर्जिंग एशिया कप का खिताब जीत लिया है। भारत को सेमीफाइनल में हराने के बाद अफगान टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 7 विकेट से मात दी। इस जीत के नायक अटल रहे, जिन्होंने फाइनल में शानदार अर्धशतक लगाया। यह भी उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान की सीनियर टीम जो अब तक नहीं कर सकी, वह इस एसीसी इमर्जिंग एशिया कप में अफगानिस्तान ए टीम ने कर दिखाया है। श्रीलंका ए ने पहले बल्लेबाजी करतेc हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 133 रन बनाए। इसके जवाब में अफगानिस्तान ए ने 3 विकेट के नुकसान पर 134 रन बनाकर शानदार जीत हासिल की।

महज 15 रन पर गिरे श्रीलंका के चार विकेट

पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ए का टॉप ऑर्डर पूरी तरह ढह गया जब टीम ने सिर्फ 15 रन पर ही अपने 4 विकेट गंवा दिए। इसके बाद पवन रत्नायके, सहन अरचिगे और निमेष विमुक्ति के 20, 64, और 23 रन की बदौलत श्रीलंका की टीम 133 रन तक पहुंच सकी। अफगानिस्तान के लिए अल्लाह मोहम्मद घजनफर ने 2 और बिलाल समी ने 3 विकेट लिए।

अफगानिस्तान की जीत के हीरो सेदिकुल्लाह अटल रहे। उन्होंने 55 गेंदों पafganisthanर 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 55 रन बनाए। सेदिकुल्लाह अटल ने पूरे टूर्नामेंट में लगातार 5 मैचों में 50 से अधिक रन बनाए और अफगानिस्तान को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। 2023 में यह खिताब पाकिस्तान ने जीता था, जबकि इंडिया ए रनरअप रही थी। भारतीय टीम ने 2013 का खिताब जीता था, और श्रीलंका 2017 और 2018 का खिताब जीत चुकी है।

अफगानिस्तान ने सात विकेट से जीता मैच

श्रीलंका के 134 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान ए की शुरुआत भी खराब रही, जब जुबैद अकबरी शून्य पर आउट हो गए। इसके बाद कप्तान दरविश रसूली और अटल ने टीम का स्कोर 43 रन तक पहुंचाया, लेकिन तब दरविश रसूली हेमंथा का शिकार हो गए। इसके बाद करीम जनत ने 3 छक्कों की मदद से 27 गेंदों में 33 रन बनाए, और वह इशान मलिंगा का शिकार हुए। दूसरे छोर पर अटल टिके रहे और मोहम्मद इशाक के साथ मिलकर टीम को सात विकेट से जीत दिलाई।

 

500 मीटर गहरी खाई में गिरा ट्रक

devprayag accident

श्रीनगर: देवप्रयाग में आज सुबह एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ है। पानी की बोतलों से लदा एक ट्रक सड़क से करीब 500 मीटर नीचे गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे में ट्रक का केबिन गंगा नदी में समा गया, जबकि पीछे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।

देवप्रयाग के नजदीक सड़क दुर्घटना: जानकारी के अनुसार, ट्रक में ड्राइवर और उसकी पत्नी सवार थे। दोनों फिलहाल लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर लापता दंपति की तलाश कर रही हैं, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस के अनुसार, वाहन चालक की पत्नी की अगस्त्यमुनि में एक दुकान थी।

500 मीटर गहरी खाई में गिरा ट्रक: देवप्रयाग से लगभग 3 किलोमीटर दूर सैनिक होटल के पास पुलिस को ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली। इस पर तुरंत एसओ महिपाल सिंह और उनकी टीम राहत और बचाव कार्य के लिए दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर जाकर देखा गया कि सड़क किनारे पैराफिट टूटा हुआ था, और करीब 500 मीटर नीचे गंगा नदी की ओर एक आयशर ट्रक (नंबर UK08CB-3646) दुर्घटनाग्रस्त मिला। ट्रक का आगे का केबिन नदी में समा चुका था।

ट्रक ड्राइवर और उसकी पत्नी लापता: वाहन स्वामी टिंकू ने पुलिस को बताया कि यह ट्रक अजय (निवासी नजीबाबाद, उम्र 38 वर्ष) चला रहा था। अजय बिहारीगढ़ से गोपेश्वर बिसलेरी की बोतलें लेकर जा रहा था। हादसे के बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है। उसके साथ उसकी पत्नी राजेश्वरी भी थी, जो अब लापता है।

गंगा में सर्च ऑपरेशन: देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि सुबह ही उन्हें ट्रक के नदी में गिरने की सूचना मिली थी। ट्रक में सवार दंपति के लापता होने के बाद गंगा नदी में उनकी खोजबीन के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक उनका कोई पता नहीं चला है।

गौचर में युवक के साथ मारपीट और गाली-गलौच करने वाले 4 आरोपियों को चमोली पुलिस ने गिरफ्तार किया।

चमोली पुलिस

गौचर में युवक के साथ मारपीट और गाली-गलौच करने वाले 4 आरोपियों को चमोली पुलिस ने गिरफ्तार किया।

15 अक्टूबर 2024 को गौचर कस्बे में स्कूटी पार्किंग को लेकर दो युवकों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद गाली-गलौच और मारपीट की घटना में कैलाश बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले में गौचर पुलिस चौकी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ित का मेडिकल परीक्षण करवाया और पीड़ित की तहरीर के आधार पर कर्णप्रयाग कोतवाली में मु0अ0सं0-45/24, धारा- 115(2)/191(2)/352 BNS के तहत रिजवान और अन्य 70-80 लोगों तथा अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

यह मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण पुलिस अधीक्षक चमोली, सर्वेश पंवार ने इसे गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित से मारपीट और गाली-गलौच करने वाले चार आरोपियों – 1. सादाब अहमद (उम्र 21 वर्ष), 2. उस्मान (उम्र 28 वर्ष), 3. आसीफ (उम्र 26 वर्ष), और 4. सारीक (उम्र 26 वर्ष) को गौचर-कर्णप्रयाग क्षेत्र से 15 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया। सभी आरोपी नजीबाबाद, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और फिलहाल गौचर में रह रहे थे। उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

चमोली पुलिस

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस लगातार लोगों से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था का पालन करने की अपील कर रही है।

पुलिस अधीक्षक चमोली ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष रूप से काम कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

 

पौड़ी: 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया कानूनगो, निलंबित

कानूनगो

15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया कानूनगो , निलंबित

श्रीनगर (पौड़ी) – जमीन के सीमांकन के नाम पर 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एक कानूनगो को विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद जिलाधिकारी पौड़ी, डॉ. आशीष चौहान ने आरोपी कानूनगो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एसडीएम श्रीनगर को सौंपी गई है, जिनसे जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

रिश्वत की शिकायत पर हुई कार्रवाई


पौड़ी तहसील के अगरोड़ा क्षेत्र के एक ग्रामीण ने विजिलेंस विभाग में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया था कि ग्रामीण के पैतृक गांव में उनके पिता की भूमि सहखातेदारों के साथ दर्ज होनी थी, जिसके लिए राजस्व विभाग को सीमांकन और आख्या तैयार करनी थी। लेकिन जब ग्रामीण ने इस कार्य के लिए कानूनगो से संपर्क किया, तो वह इसे लंबे समय तक टालता रहा। बाद में उसने काम के बदले रिश्वत की मांग की और ग्रामीण को पैडुल गांव बुलाया।

रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
5 अक्टूबर को विजिलेंस टीम ने योजना बनाकर कानूनगो को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। जिलाधिकारी आशीष चौहान ने आरोपी कानूनगो कैलाश रवि को तुरंत निलंबित कर दिया और मामले की विस्तृत जांच एसडीएम श्रीनगर को सौंपी है। डीएम ने यह भी जानकारी दी कि क्षेत्र में नए कानूनगो की तैनाती कर दी गई है।
रिश्वत की शिकायत कैसे करें

विजिलेंस निदेशक वी मुरुगेशन ने बताया कि यदि कोई भी सरकारी या लोक सेवक रिश्वत मांगता है, तो आप टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर इसकी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

 

अचानक हुए भूस्खलन से बाल-बाल बचे मजदूर, भारी खतरे में जोशीमठ का भविष्य

अचानक हुए भूस्खलन से बाल-बाल बचे मजदूर, भारी खतरे में जोशीमठ का भविष्य

चमोली जिले के जोशीमठ से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां 12 अक्टूबर को हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण स्थल पर भारी भूस्खलन हुआ। यह हादसा सेलंग गांव के नीचे हुआ, जिसमें केसीसी कंपनी की एक मशीन दब गई। गनीमत रही कि वहां काम कर रहे मजदूर बाल-बाल बच गए।

जानकारी के अनुसार, जोशीमठ को बाईपास कर हेलंग-मारवाड़ी ऑल वेदर बाईपास का निर्माण कार्य जारी है। हालांकि, स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि इस क्षेत्र में विस्फोटकों के उपयोग से पहले ही धरती कमजोर हो चुकी है। लगातार हो रहे इन विस्फोटों को लेकर प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसे भूस्खलन और धरती का कमजोर होना, जोशीमठ नगर के भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह घटना धंसते जोशीमठ के लिए एक चेतावनी हो सकती है, जो भविष्य में और भी गंभीर परिणाम ला सकती है।

जयपुर: सोडाला एलिवेटेड रोड पर चलती कार में आग लगने से मचा हड़कंप

चलती कार में आग

जयपुर: सोडाला एलिवेटेड रोड पर चलती कार में आग लगने से मचा हड़कंप

जयपुर: राजस्थान के जयपुर में शनिवार दोपहर सोडाला एलिवेटेड रोड पर एक चलती कार में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। आग लगने के बावजूद कार सड़क पर दौड़ती रही, जिससे वहां मौजूद लोग घबरा गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें जलती हुई कार का खौफनाक दृश्य देखा जा सकता है। घटना के बाद सड़क पर आने-जाने वाले लोग डरे हुए नजर आए। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर पिकअप हादसे में 13 घायल

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर पिकअप हादसे में 13 घायल

ऋषिकेश: रविवार सुबह ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर तोताघाटी के पास एक गंभीर सड़क हादसा हुआ, जिसमें 13 लोग घायल हो गए। यह हादसा एक पिकअप वाहन के पलटने के कारण हुआ, जो कैटरिंग स्टाफ को ले जा रहा था। पिकअप के ब्रेक फेल होने के कारण यह ढलान पर तेज़ी से चलने लगा और सड़क पर पलट गया। गंभीर हालत में चार घायलों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया, जबकि शेष नौ का उपचार ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में चल रहा है।

ऋषिकेश

देवप्रयाग थाने के अधिकारी महिपाल सिंह रावत के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 4:45 बजे हुई, जब कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि कोडियाला से 4 किलोमीटर पहले एक लोडर पलट गया है। पुलिस चौकी बछेलीखाल (तीन धारा) से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और पाया कि पिकअप सड़क पर पलटा हुआ था। पिकअप का चालक जावेद, जो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का निवासी है, एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए श्रीनगर से मुजफ्फरनगर लौट रहा था।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप कुमार चंदोला ने बताया कि गंभीर रूप से घायल चार लोगों—चंद्रपाल, सोनू, रजत और साजन—को एम्स रेफर किया गया है। अन्य नौ घायलों की हालत स्थिर है और उनका उपचार जारी है। यह घटना राज्य में सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को दर्शाती है, जो क्षेत्र के हाईवे पर सुरक्षा चिंताओं को उजागर करती है।

देहरादून: सीएम योगी आदित्यनाथ की मां की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती, प्रशासन अलर्ट पर

सीएम योगी आदित्यनाथ

देहरादून: सीएम योगी आदित्यनाथ की मां की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती, प्रशासन अलर्ट पर

देहरादून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मां सावित्री देवी की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें देहरादून के जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, उनकी हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन डॉक्टरों की टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जल्द ही अपनी मां से मिलने देहरादून आने की संभावना है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है, और जौलीग्रांट एयरपोर्ट से अस्पताल तक पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती, डॉक्टरों की निगरानी में इलाज

सावित्री देवी को दो दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें वार्ड नंबर 111 के कक्ष संख्या 15 में रखा गया है, जहां डॉक्टरों की एक टीम उनके इलाज में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि सीएम योगी अपनी मां से मिलने जल्द अस्पताल आ सकते हैं। इस संभावना के चलते प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

सीएम योगी आदित्यनाथ

photo credit @amarujala

पहले भी खराब हुई थी तबीयत

80 वर्षीय सावित्री देवी की तबीयत इससे पहले जून 2024 में भी बिगड़ी थी, जब उन्हें ऋषिकेश स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। उस समय भी सीएम योगी अपनी मां से मिलने अस्पताल पहुंचे थे।

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ का पैतृक घर उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के पंचूर गांव में स्थित है। उनकी मां सावित्री देवी यहीं रहती हैं। हाल ही में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें देहरादून के जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

चार धाम यात्रा- चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित हो गई हैं

CHAR DHAM

उत्तराखंड की चार धाम यात्रा जल्द समाप्त होने वाली है, क्योंकि चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित हो गई हैं। इस वर्ष:

– बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को रात 9:07 बजे बंद होंगे।
– केदारनाथ धाम के कपाट 3 नवंबर 2024 को सुबह 8:30 बजे बंद होंगे।
– गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को दोपहर 12:14 बजे बंद होंगे।
– यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के दिन, 3 नवंबर को दोपहर 12:05 बजे बंद हो जाएंगे।

CHAR DHAM

श्रीनगर-खिरसू के आसमान में दिखा अद्भुत धूमकेतु, 80 हजार साल बाद लौटी दुर्लभ खगोलीय घटना

धूमकेतु

श्रीनगर-खिरसू के आसमान में दिखा अद्भुत धूमकेतु, 80 हजार साल बाद लौटी दुर्लभ खगोलीय घटना

श्रीनगर-खिरसू के आसमान में एक अद्भुत खगोलीय घटना का नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को रोमांचित कर दिया। 80 हजार साल बाद एक रहस्यमयी धूमकेतु, C/2023-A3, दिखाई दिया। इस बेहद चमकीले धूमकेतु को स्थानीय छायाकार प्रीतम नेगी ने अपने कैमरे में कैद किया। खगोलविदों का मानना है कि यह इस साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटना है।

धूमकेतु

 

 

 

 

 

 

 

 

गौर करने वाली बात यह है कि इस धूमकेतु को बिना किसी विशेष यंत्र की मदद से, खुली आँखों से देखा जा सकता था। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के खगोल भौतिकी विभाग के प्रोफेसर हेमवती नंदन पांडे ने बताया कि यह धूमकेतु 80 हजार साल बाद फिर से दिखाई दिया है, और इस घटना को आकाशीय घटनाओं में एक ऐतिहासिक पल माना जा रहा है।

( UKSSSC ) उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 751 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए

UKSSSC

( UKSSSC ) उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 751 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ( UKSSSC ) ने समूह ‘ग’ के विभिन्न पदों के लिए सीधी भर्ती प्रक्रिया की घोषणा की है। इसके तहत 751 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी, जिनके लिए इच्छुक अभ्यर्थी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.sssc.uk.gov.in पर 1 नवंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं।

रिक्त पदों का विवरण:

1. डाटा एंट्री ऑपरेटर: 3 पद (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अंतर्गत)
2. कम्प्यूटर सहायक सह स्वागतकर्ता: 3 पद (राज्यपाल सचिवालय उत्तराखंड के अंतर्गत)
3. कनिष्ठ सहायक: 465 पद (उत्तराखंड राज्य के विभिन्न विभागों में)
4. स्वागती: 5 पद (राज्य सम्पत्ति विभाग के अंतर्गत)
5. आवास निरीक्षक: 1 पद
6 मेट: 268 पद (सिंचाई विभाग के अंतर्गत)
7. कार्यपर्यवेक्षक: 6 पद

uksssc

चयन प्रक्रिया

चयन प्रक्रिया में दो चरण होंगे:

1. प्रथम चरण: लिखित प्रतियोगी परीक्षा, जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा सकती है।
2. द्वितीय चरण: डाटा एंट्री ऑपरेटर, कम्प्यूटर सहायक सह स्वागतकर्ता, और कनिष्ठ सहायक के पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को टंकण (टाइपिंग) परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होगी।

परीक्षा की तिथि एवं प्रवेश पत्र

परीक्षा की अनुमानित तिथि आयोग की वेबसाइट और दैनिक समाचार पत्रों में जारी की जाएगी। प्रवेश पत्र केवल आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकेंगे। डाक द्वारा कोई प्रवेश पत्र नहीं भेजे जाएंगे। अभ्यर्थियों को एसएमएस और ईमेल के माध्यम से भी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, इसलिए आवेदन में सही मोबाइल नंबर और ईमेल पता देना अनिवार्य है।

महत्वपूर्ण निर्देश

अभ्यर्थियों को आयोग की वेबसाइट को नियमित रूप से देखना चाहिए ताकि वे चयन प्रक्रिया, परीक्षा कार्यक्रम, और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं से अवगत रह सकें।

आवेदन प्रक्रिया

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर 2024 तक खुली है। इच्छुक उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.sssc.uk.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

56 साल बाद बर्फ से मिले शहीद नारायण सिंह , तिरंगे में लिपटा शरीर पहुंचा घर

शहीद नारायण सिंह

56 साल बाद बर्फ से मिले शहीद नारायण सिंह, तिरंगे में लिपटा शरीर पहुंचा घर, चमोली में होगा अंतिम संस्कार

चमोली जिले के कोलपुड़ी गांव के वीर सपूत, नारायण सिंह बिष्ट, जिनका 56 साल पहले हुए विमान हादसे में निधन हो गया था, का पार्थिव शरीर बुधवार को भारतीय सेना के विमान द्वारा गौचर लाया गया। नारायण सिंह बिष्ट 1968 में वायुसेना के एक हादसे में शहीद हो गए थे, और उनका शव अब 56 साल बाद बर्फ में दबा मिला। इस दुखद खोज ने एक बार फिर उनके परिवार के पुराने घावों को हरा कर दिया है।

56 साल बाद मिला शहीद का शरीर

भारतीय सेना का विशेष विमान 2 अक्टूबर को शहीद नारायण सिंह बिष्ट का शव लेकर चमोली जिले के गौचर पहुंचा। गौचर में 6 ग्रेनेडियर बटालियन के जवानों ने शहीद को सम्मानपूर्वक सलामी दी। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को रुद्रप्रयाग ले जाया गया, जहां से गुरुवार सुबह उनके पैतृक गांव कोलपुड़ी, थराली में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा।

अंतिम संस्कार की तैयारियां

चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि शहीद का शरीर बुधवार को विशेष विमान द्वारा देहरादून से गौचर लाया गया। गौचर और कर्णप्रयाग में उचित सुविधाओं की कमी के चलते शव को रुद्रप्रयाग के सैनिक कैंप में रखा गया। गुरुवार सुबह जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शहीद नारायण सिंह का परिवार

नारायण सिंह बिष्ट के भतीजे और कोलपुड़ी गांव के प्रधान जयवीर सिंह बिष्ट ने बताया कि नारायण सिंह की शादी 1962 में बसंती देवी से हुई थी, जो उस समय सिर्फ 9 साल की थीं। 1968 में विमान हादसे के बाद उनका शव नहीं मिला था, जिससे परिवार की उम्मीदें धीरे-धीरे खत्म हो गई थीं। बाद में परिवार ने बसंती देवी का विवाह नारायण सिंह के छोटे भाई से करवा दिया था। बसंती देवी का भी निधन हो चुका है। प्रधान जयवीर सिंह के अनुसार, उनकी ताई (बसंती देवी) को सेना से जीवित रहते कोई सहायता नहीं मिली थी।

शहीद नारायण सिंह

विमान हादसे के बाद की खोज

7 फरवरी 1968 को भारतीय वायु सेना का एएन-12 विमान चंडीगढ़ से लेह के लिए उड़ान भरते समय रोहतांग दर्रे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में 102 लोग सवार थे। हादसे के बाद सेना ने कई बार सर्च ऑपरेशन चलाए, लेकिन सफलता नहीं मिली। 2003 में विमान का मलबा मिला, जबकि 2019 में पांच जवानों के अवशेष बरामद किए गए थे। अब 2024 में चार अन्य जवानों के अवशेष मिले हैं, जिनमें उत्तराखंड के चमोली जिले के रहने वाले नारायण सिंह बिष्ट भी शामिल थे। वे भारतीय सेना की मेडिकल कोर में तैनात थे।