FMD VACCINATION – नैनीसैण क्षेत्र और कनखुल क्षेत्र (कपीरी पट्टी) में

FMD VACCINATION- नैनीसैण क्षेत्र और कनखुल क्षेत्र (कपीरी पट्टी) में ।

नैनीसैण, उत्तराखंड – राज्य के पशुधन को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के उद्देश्य से FMD (खुरपका-मुंहपका) रोग के टीकाकरण का पंचम चरण क्षेत्र में प्रारंभ हो गया है। इस अभियान के तहत कनखुल के पशुधन प्रसार अधिकारी वंशिका बिष्ट और पैरावेट मयंक तोपाल ने ग्राम कनखुल मल्ला में काश्तकारों के पशुओं को टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रहीं है।

टीकाकरण – पशु स्वास्थ्य और जागरूकता

इस अभियान में खुरपका-मुंहपका जैसी गंभीर बीमारियों के खिलाफ पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। यह रोग मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी और अन्य दुधारू पशुओं को प्रभावित करता है, जिससे न केवल पशुओं की सेहत को नुकसान होता है बल्कि काश्तकारों की आजीविका भी प्रभावित होती है। इस बीमारी के प्रकोप को रोकने के लिए टीकाकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है।

काश्तकारों ने इस पहल का स्वागत किया और इसे पशुओं के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। अधिकारियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि टीकाकरण के बाद पशुओं की स्थिति पर निगरानी रखना आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की प्रतिकूल प्रतिक्रिया को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।

पशुधन प्रसार अधिकारी वंशिका बिष्ट के द्वारा जानकारी दी गई कि एफएमडी एक गंभीर और संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी जैसे दुधारू पशुओं को प्रभावित करता है। इस बीमारी से पशुओं में खुर और मुंह के आसपास घाव हो जाते हैं, जिससे उनकी दुध उत्पादन क्षमता और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इसे रोकने के लिए किए जा रहे इस टीकाकरण अभियान के तहत गाँव के सैकड़ों पशुओं को टीका लगाया जा रहा है।