KARNAPRAYAG 13 सितंबर 2024 6.30PM
पिंडर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन लगातार नदी किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। पिंडर के साथ-साथ अलकनंदा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है, जिससे KARANAPRAYAG में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
मानसून के इस अंतिम चरण में भारी बारिश ने पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया है। चमोली जिले के एक छोर पर स्थित जोशीमठ में मूसलाधार बारिश हो रही है, तो दूसरी ओर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में भी बारिश का सिलसिला तीन दिनों से थमा नहीं है। लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हो गया है, और कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं।
गौचर के पास कमेड़ा में पहाड़ी से जबरदस्त भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा बार-बार प्रभावित हो रही है। यातायात में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और घंटों तक जाम की स्थिति बनी हुई है। श्रद्धालु और स्थानीय लोग लंबे समय तक सड़क पर फंसे हुए हैं, जिससे यात्रा में रुकावटें आ रही हैं। प्रशासन द्वारा मार्ग को साफ करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण समस्या का समाधान करने में समय लग रहा है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम और मार्ग की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल पूरी तरह से सतर्क हैं और नदी किनारे के गाँवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है। स्थानीय लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।